खेरगाम : दिनांक 08-01-2023 को श्री ज्ञानकिरण धोड़िया जाति मंडल सुरखाई में वर्ष 2021-2022 के लिए आम सभा का आयोजन किया गया. बड़ी संख्या में सदस्य मौजूद रहे।
सर्वप्रथम उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात सभा के मंत्री श्री नटूभाई पटेल द्वारा भावपूर्ण स्वर में प्रार्थना की गई। वार्षिक रिपोर्ट श्री केशवभाई पटेल द्वारा पढ़ी गई। जिनका लेखा-जोखा सर्वसम्मति से स्वीकृत किया गया। सोसायटी के संविधान में किए गए संशोधन श्री ठाकोरभाई पटेल द्वारा पढ़े गए। श्री रमेशभाई पटेल ने नवगठित बोर्ड के कार्यकारी सदस्यों की सूची प्रस्तुत की और उसकी पुष्टि की।
गणदेवी विधायक श्री नरेशभाई पटेल ने प्रासंगिक भाषण में सरकार द्वारा मण्डली को दी गई सहायता के बारे में बताया। फिर उन्होंने समाज के हर युवा को कौशल मूलक शिक्षा प्राप्त कर स्वतंत्र व्यवसाय में आगे आने को कहा। उन्होंने भविष्य में भी इस मंडली के लिए उपयोगी होने की इच्छा व्यक्त की।
डॉ. प्रदीपभाई गरासिया ने इस अवसर भाषण में सबसे पहले आदिवासी समुदाय की चिंता व्यक्त की उन्होंने आदिवासी पहचान, संस्कृति और अस्तित्व को बचाने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति से आगे आने का आह्वान किया।
श्री आर.जे.पटेल साहब ने जय जोहार के नारे के साथ अपना भाषण दिया। आदिवासी समाज का हर कामकाजी स्त्री-पुरुष डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान का ऋणी है। इसलिए सबकी यही राय है कि बाबा साहेब की फोटो और संविधान उनके घर में जरूर होना चाहिए। वह एक अच्छे लेखक भी हैं।
इस वर्ष इस समाज की नींव की 35वीं वर्षगांठ है। जिसकी स्थापना श्री राजूभाई पटेल ने की थी जब वे 34 वर्ष के थे। इस संस्था की नींव प्रदीपभाई गरासिया के साथ रखी गई थी। 35 साल में इस संस्था ने काफी तरक्की की है। उन्होंने अपनी अंतिम इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि यह उनका आखिरी कार्यकाल होगा यानी इस कमेटी का कार्यकाल पांच साल होने तक वह अध्यक्ष बने रहेंगे. वे मण्डली को ही तीर्थ स्थान मानते हैं। इसलिए उन्होंने इस पवित्र भूमि की मिट्टी और पानी को पहले ही जमा कर रखा है। इस जल को गंगाजल के समान पवित्र मानकर समाज भवन की भूमि के प्रति उनकी भावना व्यक्त की जाती है। उन्होंने समाज के सदस्यों को मंडली का असली मालिक बताया है। इस सोसाइटी में लगभग 5000 सदस्य हैं। जिसे मण्डली के प्रति निष्ठा और विश्वास की उपलब्धि माना जा सकता है। उनके भाषण में समाज के प्रति असीम भावना व्याप्त थी। उन्होंने तब तक कहा था, "भगवान भविष्य में भी इस समाज में जन्म दें!" वह लगातार अनाथों के बारे में चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि यह संस्था हमेशा अनाथों के साथ रहेगी। और श्री राजूभाई पटेल साहब द्वारा 10,000 प्रति परिवार सदस्य की दर से हर साल 50,000 हजार आजीवन दान देने की घोषणा की गई। तथा समाज के धनी व्यक्तियों से समाज हित में हर वर्ष 10 हजार रुपये तक योगदान करने की अपील की।
इस अवसर पर श्री आर.जे. पटेल साहब (सेवानिवृत्त आईएएस कलेक्टर), गणदेवी विधान सभा के माननीय विधायक श्री नरेशभाई पटेल (पूर्व कैबिनेट आदिवासी मंत्री गुजरात सरकार), डॉ. प्रदीपभाई गरासिया (अध्यक्ष, समस्त आदिवासी समाज गुजरात राज्य), श्री आर.एम.पटेल साहिब (प्रबंध निदेशक, गुजरात जल संसाधन विकास निगम और निदेशक गैरी), श्री जेड.एम.पटेल साहिब (सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता निर्माण), श्री शैलेशभाई सी। पटेल (सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता, निर्माण), श्री पी.एम. पटेल (अधीक्षण अभियंता, एसटी निगम), श्रीमती चंपाबेन प्रभातभाई पटेल (दाता), श्री राजूभाई (राजेंद्रभाई) पटेल (बोर्ड अध्यक्ष), डॉ. वर्षाबेन बी.पटेल (शैक्षणिक सेवा वर्ग-द्वितीय प्रिंसिपल गवर्नमेंट मीडियम स्कूल मालनपाड़ा), डॉ. . स्वातिबेन पटेल (शैक्षणिक सेवा वर्ग-द्वितीय प्राचार्य नवागम - पनोदा डीटी देदियापाड़ा), श्री बिपिनभाई पटेल (उद्योगपति - सूरत), श्री नवनीतभाई पटेल (अधीक्षक धर्मार्थ आयुक्त का कार्यालय - नवसारी), डॉ.ए.जी. पटेल (अध्यक्ष श्री ढोडिया मेडिकल एसोसिएशन), अजीतभाई पटेल (एसबीआई नवसारी, सामाजिक कार्यकर्ता), श्री लालजीभाई के. पटेल (महासचिव श्री समस्त धोडाया समाज) उपस्थित थे।
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