धोड़ीया समाज का दो दिवसीय जीवनसाथी चयन मेला सुरखाई, चिखली में आयोजित हुआ.

 


धोड़ीया समाज का दो दिवसीय जीवनसाथी चयन मेला सुरखाई, चिखली में आयोजित हुआ.

इस चयन मेले में 150 अभ्यर्थी शामिल हुए।

सांसारिक जीवन को बनाए रखने के लिए जोड़ों से समझौता करने की अपील।

विधवाओं, विधुरों और तलाकशुदा लोगों के लिए अलग-अलग चयन मेले आयोजित करने की योजना।

ढोडिया समाज जीवनसाथी चयन मंच की पहल पर पांचवां जीवनसाथी चयन मेला शनिवार-रविवार को चिखली सुरखाई शांताबा नारनदास पटेल समाज भवन में आयोजित किया गया। जिसमें करीब 1500 विवाह के इच्छुक अभ्यर्थियों ने दावा दाखिल किया।

ढोडिया समाज जीवनसाथी चयन मंच के नेताओं ने समाज को एक मंच पर लाने की मंशा बताई। उन्होंने युवक-युवतियों से जरूरत पड़ने पर समझौता करने की भी अपील की और विधवा, तलाकशुदा और अनाथ बेटियों की मदद करने की भावना भी व्यक्त की. इस चयन मेले में उपस्थित अभ्यर्थियों की ओर से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली। खासकर कोरोना महामारी के बाद जब समाज की बेटियां विधवा हो गईं तो आयोजकों के मन में विधवाओं, विधुरों और तलाकशुदा अभ्यर्थियों के लिए अलग से चयन मेला आयोजित करने का विचार आया. जिसे काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला.


इस अवसर पर प्रदीप गरासिया, (अध्यक्ष, समस्त आदिवासी समाज, गुजरात राज्य), मुकेश मेहता, मंत्री, दिशा फाउंडेशन, वसराई आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। धोडिया समाज जीवनसाथी चयन मंच के अध्यक्ष अशोक भाई ने चयन मंच के आयोजन के कारणों सहित इसकी आवश्यकता बताई तथा उपस्थित युवक-युवतियों से अनुरोध किया कि जीवनसाथी के चयन के लिए जहां आवश्यक हो वहां समझौता करें।

चयन मेले के आयोजक, ढोडिया समाज पति-पत्नी शक्ति मंच के पदाधिकारी एवं सक्रिय सदस्यों ने योजना को सफल बनाने के लिए काफी प्रयास किये हैं. इसका श्रेय चयन मंच के सभी पदाधिकारियों एवं उपस्थित अभ्यर्थियों को जाता है।



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